मेरी प्रकाशित पुस्तक ‘श्री हरि-भजनामृत” से नवरात्रों के लिए मैय्या-भजन आई नवरातों की वेला मैय्या आ जाओ 6827/8.10.10 आके भक्तों को दरश दिखा जाओ-आई नवरातों की वेला———————— 1.तेरे नाम की खेतरी बीजी अब है तेरे हवाले खेतरी ही क्या […]
भजन/भावगीत
ब्रह्मानंद, कृष्ण !
तुम नहीं आओगे हाँ ! तुम नहीं आओगे अभी इन्तजार लंबा है , निरंतर तुम खुद को ही झुठलाओगे हाँ तुम नहीं आओगे तुम नहीं आओगे सदानंद, कृष्ण । दुःख से परे सुख से परे अगण्य शीत से परे तम से परे नगण्य विस्तार में हो सम्पूर्ण लय हाँ तुम नहीं आओगे तुम नहीं आओगे […]
बिटिया के लिए माता की आशीष
मेरी प्रकाशित पुस्तक ‘श्री हरि-भजनामृत” से बेटी के लिए भावगीत उठ जाग बिटिया माता की आशीष है, आशीष है, सद्बुद्धि तुमको दें प्रभु आशीष है, आशीष है. संतों का तुझको संग मिले आशीष है, आशीष है, संतोष-धन से पूर्ण हो आशीष है, आशीष है. परमात्मा काध्यान हो आशीष है, आशीष है, सद्गुण से हो भरपूर […]
शिव भजन
मेरी प्रकाशित पुस्तक ‘श्री हरि-भजनामृत” से दो शिव भजन घर आए मेरे शिव भोले, कुछ-कुछ कह गए शिव भोले 1.दिल न किसी का दुखाना कभी अनजाने भी न सताना कभी वरना बरसेंगे शोले, ऐसे वचन कह गए भोले-घर आए मेरे शिव———- 2.सत-चित-आनंद रूप तेरा सिमरन करले नित मेरा धन से मुझको क्यों तोले, ऐसे […]
माँ शारदे वरदान दो
मॉ शारदे मुझे ज्ञान दो अपने भक्तो को वरदान दो अपने वीणा की तान से रग -रग में ज्योत जला दो मैं अज्ञानी अंजानी हूँ तु ज्ञान की दीप जला दो नव गीत दो नव लय दो प्रेम पूँज का प्रकाश फैला दो तु हँसवाहिनी तु वीणा वादिनी तु ही श्वेत कमल विराजीनी अपनी भक्ति […]
संबंध सुहाना है
भावगीत है प्रेम से जग प्यारा, सुंदर है सुहाना है जिस ओर नज़र जाए, बस प्रेम-तराना है- बादल का सागर से, सागर का धरती से धरती का अंबर से, संबंध सुहाना है- तारों का चंदा से, चंदा का सूरज से सूरज का किरणों से, संबंध सुहाना है- सखियों का राधा से, राधा का मोहन से […]
सरस्वती वन्दन
सरस्वती माँ के पावन पूजन पर्व “बसंत पंचमी ” पर माँ के चरणों में एक वन्दना : सरस्वती माता तुझे, शत शत करें प्रणाम सत्य भाव से हम सभी, नित लें तेरा नाम देवी हो तुम ज्ञान की, कंठ में करो वास विद्या का भी सार दो, जीवन हो सुख धाम !! — डॉ सोनिया […]