बंदर
जब मैं उछल कूद करता हूं, ममी कहती ”तू है बंदर”, पर मेरे तो पूंछ नहीं है, मैं कैसे हो
Read Moreरोज़ सवेरे मुर्गी चिनचिन, सोने का अंडा देती एक, खुश हो रामू ले लेता था, कहता मुर्गी कितनी नेक! एक
Read Moreप्रिय बच्चो, होली मुबारक हो, कविता-लेखन के प्रयास में आइए सबसे पहले होली पर कविता की कुछ पंक्तियां देखते हैं-
Read More(1) तुमको तुमसे जो मिलवाता सच्ची-सच्ची बात बताता टँगकर रहता दीवारों पर टेबल पर भी यह दिख जाता उत्तर –
Read More१. खाकर निकलें गर्मी में जब भी निकलें कुछ भी खाकर ही निकलें नहीं लगेगी लू इससे नींबू पानी पी
Read Moreमेरी गुड़िया छैल-छबीली, जींस पहनती गहरी नीली। इलू-इलू बोले वह सबको, प्यार बाँटती सारे जग को। काला चश्मा लाल रुमाल, और सुनहरे
Read Moreमेरा गुड्डा मस्त कलन्दर, नाचे ऐसे जैसे बन्दर। उछल कूद में ऐसा माहिर, शैतानी उसकी जग जाहिर। एक बार बस चाबी भर
Read Moreचतुरसिंह के पिता का देहांत हो चुका था. उसने अपने छोटे भाई कोमलसिंह को बंटवारा करने के लिए बुलाया, “बंटवारे
Read Moreप्रिय विद्यार्थीयों जैसा की आप लोग जानते है की कुछ ही दिनों में बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं शुरू होने जा
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