कविता

सुख शान्ति और आनंद

 

रश्मियों की स्वर्णिम पत्तियों से
आच्छादित है विचारों के बादल
झांकता
मन के अम्बर के सतरंगे झरोखों से
ममता का एक सुनहरा आंचल

फिर
झरते बूंदों के स्नेह -पूरित
शब्दों के स्पर्श से
नाच उठता हर आँगन

तुम चाहती हो
सब के हिरदय -सरोवर
अमृत -जल से भर जाएँ

प्रेम -कमल खिलाये सुन्दर
समय के मौसम का
प्रति पल ….बन सावन

तुम चाहती हो
बहुरंगी सुमनों
के सुगंध और रंग से
महकते ….
इस सम्पूर्ण मानव -जीवन
के वन मे
छाये रहें .सदैव …
सुख शान्ति और आनंद

किशोर कुमार खोरेंद्र

किशोर कुमार खोरेंद्र

परिचय - किशोर कुमार खोरेन्द्र जन्म तारीख -०७-१०-१९५४ शिक्षा - बी ए व्यवसाय - भारतीय स्टेट बैंक से सेवा निवृत एक अधिकारी रूचि- भ्रमण करना ,दोस्त बनाना , काव्य लेखन उपलब्धियाँ - बालार्क नामक कविता संग्रह का सह संपादन और विभिन्न काव्य संकलन की पुस्तकों में कविताओं को शामिल किया गया है add - t-58 sect- 01 extn awanti vihar RAIPUR ,C.G.

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