बालकविता : गाड़ी
छुक-छुक गाड़ी चलती जाती कू-कू की आवाज लगाती पटरी ऊपर दौड़ रही है गाँव बस्ती जोड़ रही है बोली मुझसे
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Read Moreसमय नहीं बर्बाद करो तुम समय नहीं बर्बाद करो पहले पढ़ना बहुत जरूरी सब कुछ उसके बाद करो मोल समय
Read Moreआज तुम भी सनम बेवफा हो गए मैं मनाता रहा तुम खफा हो गए। . बात ये गर नहीं तो
Read Moreबड़ा बेटा अजय और छोटी बेटी रमा . एक बेटा और एक बेटी पाकर शर्मा परिवार बहुत खुश था. बच्चों
Read Moreउस किसान की सूनी आँखें, देख रही सूखी खेती को दहेज कम मिलने पर, घर लौट आई भोली बेटी को
Read Moreप्रीत की डोरी में बधकर छोरी, घुम घुम करके गीत सुनावै। मटकी लिए पनघट पर जाकर, तालाब से पानी भर
Read Moreहम सुन्दर पटल बनायेंगे। साहित्य का माहौल लायेंगे। शब्दों का हेरा-फेरी कर, सब रचना करने आयेंगे। सहभागिता अपनाकर यहाँ, हम
Read Moreअब आरजू बस मेरी तबस्सुम के साथ आओ। दिल को किया विस्मिल अब ना मुझे तड़पाओ। आश्नाइ में क्या हुई
Read Moreआज कल मनुष्य ऐसा हो गया है कि अपनी मानसिक विकृतियां को छिपाने के लिए नाना प्रकार के बहाने नाना
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