कविता

प्रियतम

प्रियतम
आप क्यों गये
मुझे छोड़कर
मुझसे दूर
आखिर
मैने क्या किया
आपने क्या वादा
किया था मुझसे
मेरा दिल क्यों
दुखाया आपने
मेरी भावनाओं को
क्यों नहीं समझा
मैने क्या भुल की
जो आप दूर गये!
प्रियतम
मेरी आँखें नम है
मेरी अाँखें तेरी
आने की राह
देख रही है
जिस राहों से
आप आया करते हो
और मैं संकल्प लेती हूँ
कि आज से
हम दोनो
परिस्थितियों में
साथ देंगें!
बिजया लक्ष्मी

बिजया लक्ष्मी

बिजया लक्ष्मी (स्नातकोत्तर छात्रा) पता -चेनारी रोहतास सासाराम बिहार।