लघुकथा

जुगाड़

बार-बार रेडियो पर ”अपने मतदान का प्रयोग अवश्य करें, आपका वोट बहुत कीमती है” कभी वोट न डालने जाने वाला दिनेश बहुत सोच में पड़ गया था. उसकी स्मृति में बचपन में सुनी हुई एक बोध कथा ‘एक लोटा दूध’ घूम रही थी.
”एक राजा के राज्य में सूखा पड़ा और जनता ‘हाय-हाय’ करने लगी. राजा ने मुनादी करवा दी-
“यदि आज रात गाँव का प्रत्येक परिवार गाँव के बाहर स्थित सूखे कुएं में बिना झांके एक-एक लोटा दूध डालेगा, तो कल से गाँव में बारिश प्रारंभ हो जायेगी और सूखे की समस्या समाप्त हो जायेगी.”
सभी ने ऐसा किया और दूसरे दिन से बारिश की प्रतीक्षा करने लगे, लेकिन बारिश नहीं हुई.
दूसरे दिन सभी गाँव वाले सुबह से ही बारिश की प्रतीक्षा करने लगे. लेकिन दोपहर हो गई और बारिश के कोई आसार नज़र नहीं आये. किसी को समझ नहीं आ रहा थे कि ऐसा क्यों हुआ?”
आखिरकार सब गाँव के बाहर के सूखे कुएं के पास पहुँचे और उसके अंदर झांक कर देखा. सभी यह देख आश्चर्यचकित रह गए कि कुएं में एक बूँद दूध नहीं था. वहाँ बस पानी भरा हुआ था. सबने एक-दूसरे के भरोसे कुएं में पानी ही डाल दिया था.”
”अगर सभी लोग ऐसे ही एक-दूसरे के भरोसे रहकर वोट नहीं डालने जाएंगे, तो हमारे हरे-भरे लोकतंत्र का क्या होगा?” दिनेश ने सोचा.
उसके हाथ मतदाता सूची में अपना नाम ढूंढने के जुगाड़ में लग गए.

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

5 thoughts on “जुगाड़

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    लीला बहन , वोट बहुत कीमती होता है और इसे इग्नोर करना अपने को ही धोखा देना होता है क्योंकि अगर चुनाव में हमारी गलती से गलत लोग आगे आ गए तो नुक्सान हमारा ही होता है .फिर हम हकूमत को दोष देते रहते हैं की यह हो गिया , वोह नहीं हुआ .

    • लीला तिवानी

      प्रिय गुरमैल भाई जी, आपने बिलकुल दुरुस्त फरमाया है. डेमोक्रेसी तो वोट पर ही जिंदा होती है. वोट बहुत कीमती होता है और इसे इग्नोर करना अपने को ही धोखा देना होता है क्योंकि अगर चुनाव में हमारी गलती से गलत लोग आगे आ गए तो नुक्सान हमारा ही होता है. इतने त्वरित, सार्थक व हार्दिक कामेंट के लिए हृदय से शुक्रिया और धन्यवाद.

  • सुदर्शन खन्ना

    आदरणीय दीदी, सादर प्रणाम. समय आ गया है अपने विवेक का इस्तेमाल कर अपने भविष्य के निर्माण का. यह सोच कर कि और लोग तो दूध डालेंगे ही, मैं अगर पानी डाल देता हूँ तो क्या फर्क पड़ेगा, पता भी नहीं चलेगा, इस सोच के नतीजे विचलित कर सकते हैं. जागते रहो.

    • लीला तिवानी

      प्रिय ब्लॉगर सुदर्शन भाई जी, आपने बिलकुल दुरुस्त फरमाया है. जागते रहना ही बेहतर है. यह सोच कर कि और लोग तो दूध डालेंगे ही, मैं अगर पानी डाल देता हूँ तो क्या फर्क पड़ेगा, पता भी नहीं चलेगा, इस सोच के नतीजे विचलित कर सकते हैं. ब्लॉग का संज्ञान लेने, इतने त्वरित, सार्थक व हार्दिक कामेंट के लिए हृदय से शुक्रिया और धन्यवाद.

  • लीला तिवानी

    अपने मतदान का प्रयोग अवश्य करें, आपका वोट बहुत कीमती है. वोट डालने के लिए वोटर लिस्ट में नाम होना आवश्यक है. आज ही वोटर लिस्ट में अपना नाम चेक करें, न हो तो आज ही अपना नाम दर्ज करवाएं.

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