लघुकथा – करनी का फल (प्रतिशोध)
चीटियों का सरदार मधुमक्खियों से बैर पाल लिया। वज़ह कुछ खास नहीं ,अपने बिल को थोड़ा बड़ा बनाने के चक्कर
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Read Moreचार मित्र उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपने गांव लौटे थे. कैम्पस से नौकरी मिलने का अवसर उन्होंने देश-सेवा के लक्ष्य
Read Moreएक छोटा सा परिवार श्रीमती धापू एवं श्री रूपेश कुमार का परिवार शहर से बाड़मेर से करीब सौ किलोमीटर दूर
Read Moreसफलता पाने के ख्वाब हमने भी बड़े संजोए हुए थे, कुछ कर दिखाने के स्वप्न हमने भी पिरोए थे, मगर
Read More” रुको , सोम ! रुको ऐसे सड़क पर नहीं भागते । रुको, सुनो !……. जबरन सोम को पकड़ उसकी
Read Moreआलोक की आदत है समाचार पत्र पढ़ते हुए सुबह की पहली चाय पीना। समाचार पत्र गिरने की खनक सुन, दरवाज़ा
Read Moreअंग्रेजी में एक कहावत है, ‘ ए मैन ऐज ओल्ड , ऐज ही फील्स। ‘ अर्थात् व्यक्ति की उम्र उतनी
Read Moreज्ञान का सागर है शिक्षक , महासागर है शिक्षक , जीवन का मान है शिक्षक , सृष्टि का अवतार है
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