कविता

मिलकर कदम बढ़ाना होगा

अफवाहों से ध्यान हटाना होगा
जागरूकता की ओर जाना होगा
यह एक से होने वाला नहीं साथी
मिलकर कदम बढ़ाना होगा।
स्वच्छता और बढ़ाना होगा
हाथ मुंह बार-बार धोना होगा
बाहर जब भी निकलो साथी
मास्क पहन कर जाना होगा।
तनिक भी नहीं घबराना होगा
भीड़  नहीं लगाना होगा
जरूरत हो तभी बाहर निकलो साथी
बाकी समय घर पर ही बिताना होगा।
हाय- हेलो छोड़, नमस्ते अपनाना होगा ,
सतर्कता सभी ओर और फैलाना होगा
महामारी की संकट है बहुत भारी साथी
सभी को मिलकर कदम बढ़ाना होगा।
दूरियां अपने से बढ़ाना होगा
पर दिलों की दूरियों को मिटाना होगा
आज की छूट कल पड़ेगी भारी
हर नियम को सख्ती से अपनाना होगा।
— संतोष कुमार वर्मा ‘कविराज’

संतोष कुमार वर्मा

हिंदी में स्नातक, परास्नातक कोलकाता, पश्चिम बंगाल Email-skverma0531@gmail.com