सामाजिक

जनसंख्या नियंत्रण हेतु आदर्शतम स्थिति !

जनसंख्या रोकने के लिए भारत में ‘शादी’ की आयुसीमा बढ़े ! महिलाओं के लिए 30 वर्ष और पुरुषों के लिए 35 वर्ष निर्धारित हो ! अगर इस कटऑफ उम्रसीमा से कोई और भी ज्यादा उम्र में शादी करें, तो उन्हें National Award मिले ! ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों को Padma Award में बोनस अंक दी जाय तथा इस आयुसीमा से नीचे जो कोई शादी करें, उसे दंड मिले ! दंड के लिए उचित अनुसंधान हो ! यह तथ्य भले ही अव्यवहारिक व अप्रासंगिक लगती है, किन्तु जनसंख्या रोकने का ‘परिवार नियोजन’ उपाय भी Fail है । हाँ, शारीरिक कामनाओं को रोकने के लिए संयम, फिजिकल डिस्टेंसिंग और योग का नियमित अभ्यास आवश्यक कर देना चाहिए । अविवाहित स्थितियों को लेकर मैं और मेरा परिवार आदर्शतम स्थिति में हैं।
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लेखकीय टिप्पणी :-

बता दूँ, मेरी 2 बहन 40 और 37 वर्ष की है, अविवाहित हैं । मैं खुद 46 वर्ष में भी अविवाहित हूँ । ऐसे उदाहरण मेरे यहाँ कई हैं ! संसार में जो आया हूँ, सिर्फ संतान पैदा करने के लिए नहीं न ! अपने ही रज-वीर्य के बच्चे हो, ऐसा क्यों ? ‘गोद’ भी लिए जा सकते हैं, क्यों ? अव्यावहारिक ही सही, किन्तु जनसंख्या नियंत्रण के लिए यह नियम बने और सख़्ती से अनुपालन हो !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.

2 thoughts on “जनसंख्या नियंत्रण हेतु आदर्शतम स्थिति !

  • डाॅ विजय कुमार सिंघल

    आपका सुझाव अव्यावहारिक है। 35 वर्ष से बड़ी उम्र में माँ बनना खतरनाक होता है।

    • डॉ. सदानंद पॉल

      शुभ दिवस सर💞

      मैं भी तो वही कह रहा हूँ, जब माँ नहीं बनेगी या देर से एक संतान लिए माँ बनेगी, तभी तो जनसंख्या नियंत्रण हो पाएगी ! सुझाव अव्यावहारिक है, किन्तु अब तो एकमात्र विकल्प है, क्योंकि 50 से अधिक वर्षों से परिवार नियोजन कार्यक्रम, यथा- नलबंदी, नसबंदी, कॉन्डोम इत्यादि के प्रयोग असफल ही रहे हैं !

      बता दूँ सर, मेरी 2 बहन 40 और 37 वर्ष की है, अविवाहित हैं । मैं खुद 46 वर्ष में भी अविवाहित हूँ । ऐसे उदाहरण मेरे यहाँ कई हैं ! संसार में जो आया हूँ, सिर्फ संतान पैदा करने के लिए नहीं न ! अपने ही रज-वीर्य के बच्चे हो, ऐसा क्यों ? ‘गोद’ भी लिए जा सकते हैं, क्यों ? अव्यावहारिक ही सही, किन्तु जनसंख्या नियंत्रण के लिए यह नियम बने और सख़्ती से अनुपालन हो !
      सादर।

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