कविता

उम्मीद का उजाला

हौसले के दीप जलाओ
हर डगर,हर चौखट पर
हृदयतल की गहराइयों में
तरंगित हो उमंग की लहर
आस बलवती जीत की
अटूट विश्वास की पूंजी हो
हिम्मत ले साथ चले हम
गम का अंधियार रोशन हो
उल्लास के उजियारे से
महके,चहके,दीपित हर मन
खिली खिली बहार सुहानी
खुशबू बिखराती आएगी पवन
अपनों संग बांटे सुख-दुःख
मित्रों संग खूब बतियाये हम
जीवन हैं नजराना अनमोल
सहेजलो सुख सुकून के पल
ऐ मन, ना हो भयभीत
धीरज धर,ना हो गमगीन
प्राची की लालिमा लेकर
सुनहरी सुबह जरूर आएगी
चमचमाती सहस्त्र किरणें पुनः
उल्लास का उजियार लाएगी

*चंचल जैन

मुलुंड,मुंबई ४०००७८

One thought on “उम्मीद का उजाला

  • चंचल जैन

    बहुत बहुत धन्यवाद।सादर

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