सामाजिक

लोक संस्कृति संस्था के साथ भारतीय संस्कृति को बचाने का प्रण लें।

जब जब हम भारतीय सभ्यता और संस्कृति की बात करते हैं तो स्वतः पौराणिक मान्यताओं की ओर चल पड़ते हैं क्योंकि वास्तव में देखा जाए तो वही भारतीय संस्कृति की पहचान है। अतीत में जाते ही हमें विभिन्नताओं में भी एकता की झलक दिखाई पड़ती है। यही सभ्यता और संस्कृति हमारे देश की आन-बान-शान, शौर्य और अभिमान है। ऐसी ही झलक लेकर हम आप सबके समक्ष प्रस्तुत हैं “लोक संस्कृति” संस्था  के साथ जिसमें वनांचल प्रजातियों की आत्मीयता झलकती है। जिनका नाम आज भले ही विलुप्तप्राय है दुनिया में फ़िर भी अपना अस्तित्व क़ायम रखने के प्रयास में अग्रसर हैं।
                     “लोक संस्कृति”
लोक – लोगों की अद्भुत कलाओं का समग्र रूप
संस् – संस्कारों का समन्वय स्थापित करते हुए
कृति – अनुपम कृति का सार उदभोदित करना है।
लोक संस्कृति परिवार साहित्य एवं संस्कृति के क्षेत्र से सम्बंधित विभिन्न कलाकारों को एक कुशल व स्थाई मंच प्रदान करता है। जहाँ देश के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में साहित्यिक एवं सांस्कृतिक आयोजनों के द्वारा नवोदित तथा वरिष्ठ साहित्यकारों के साथ साथ विभिन्न विधाओं के कलाकारों को समाहित कर उनके उत्थान और सम्मान के बारे में विचार करते हुए राष्ट्रीय व क्षेत्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है और आगे भी किया जाएगा। आधुनिकता का प्रदर्शन करते हुए डिजिटल माध्यम से पहचान दिलाई गई है। अनेक विलुप्त होती भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति को उनके अस्तित्व क़ायम रखने में उनका भरपूर सहयोग किया जा रहा है। जिन कलाकारों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है उन्हें उनकी स्थिति सुधारने हेतु तथा कलाओं के विकास हेतु आर्थिक रूप से भी सहयोग किया जाता है। विभिन्न प्रकार के सामाजिक गतिविधियों में संस्था की भागीदारी सुनिश्चित है। राजभाषा हिन्दी को राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा दिलाने का प्रयास ज़ारी है और आगे भी चलता रहेगा। लोक संस्कृति स्पोर्ट्स अकादमी का निर्माण किया जाएगा जिसके अंतर्गत विभिन्न खेल और प्रतिभावान खिलाड़ियों को उभारने का हर सम्भव प्रयास किया जाएगा। स्वदेशी पदार्थों का (भारत में निर्मित पदार्थ) का समर्थन किया जाता है। साथ ही भविष्य में एक भव्य लोक संस्कृति भवन का निर्माण किया जाना है जिसमें सामाजिक, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक आयोजन हुआ करेंगे
अतः आप सभी से निवेदन है कि संस्था के विशाल लक्ष्य को पूरा करने में सहयोग करें
आप हमसे suchana.loksanskriti@gmail.com एवं मोबाइल नंबर 9599724107 पर सम्पर्क कर सकते हैं।

गीतिका पटेल "गीत"

बिलासपुर (छत्तीसगढ़)