बाल कविता

वर्णमाला ज्ञान

अ से अक्षर ज्ञान बना है
आ से है आदर्श बना

इ से इमली ई से ईख
उ से उत्तम दर्श बना

ऊ से ऊंट है कूबड़ वाला
ए से अक्षर एक बना

ऐ से ऐजी ओ से ओजी
अं से है अंगार बना

ऋ से ऋषियों के द्वारा ही
सभी स्वरो ज्ञान मिला

क से कबूतर पढ़ डाला तो
ख से है खरगोश पढ़ा

ग से समझे है गणेश जी
घ से हमने घड़ा पढ़ा

अनुनासिक अक्षर ङ होता
नमन है जिससे ज्ञान बढा

पञ्चम वर्ण कवर्ग का
पढ़ कर लगता है कुछ नया पढ़ा

च छ ज झ 4 वर्ण हैं
ञ 5वां अनुनासिक होता है

च से चाचा छ से छतरी
ज से जून माह होता है

झ से जो झंझट करता है
वो झंझटी कहलाता है

ञ से कोई शुरू न होता
यही समझ में आता है

ट वर्ग का 5वां वर्ण भी
अनुनासिक ही होता हैं

ट ठ ड ढ चारों का ही
भार यही तो ढोता है

ट से टट्टू ठा से ठाकुर
ड से डमरू है कहलाता

ढ से ढपली बाद में उसके
ण वर्ण ही है आता

त थ द ध न होते हैं
यह तवर्ग कहाता है

त से तितली थ से थैला
रोज साथ में जाता है

द से दाता ध से धन है
साथ न कुछ भी जाता है

इसके बाद वर्णमाला का
वर्ग आखिरी आता है

प फ ब भ म होते हैं ये
पवर्ग इसी को कहते हैं

प से पानी फ से फल भी
अद्भुत सबको लगते हैं

ब से बंदर भ से भालू
म से मदारी कहलाता

इसके बाद और कुछ व्यंजन
उनकी यात्रा करते हैं

य र ल व श ष स ह क्ष त्र ज्ञ
अपने क्रम में आते हैं

य से यम है र से रामजी
ल से लक्ष्मण सुहाते हैं

व से वीर श से शिवाजी
ष से षटकोण बनाते हैं

ह से हीरा क्ष से क्षत्रिय
त्र से त्रास बताते हैं

ज्ञ से ज्ञान जिसे मिल जाए
ज्ञानी वही कहाते हैं

— डॉक्टर /इंजीनियर मनोज श्रीवास्तव

*डॉ. मनोज श्रीवास्तव

1 -डॉ मनोज श्रीवास्तव (विद्यावाचस्पति) ex( pb no 2761 ) वरिष्ठ प्रबन्धक प्रशिक्षण ( 11 अप्रैल 1978 से 31 दिसम्बर 2010 ) 2 - जन्म तिथि 1 जनवरी 1951 3 - जन्म स्थान - ननिहाल में (म प्र ) जबलपुर पालन पोषण -शिक्षा-दीक्षा लखनऊ उप्र में ( भारतीय बालिका विद्यालय लखनऊ_नेशनल इंटर कालेजलखनऊ -हीवेट पॉलिटेक्निक लखनऊ स्नातक- IIIE मुंबईसे औद्योगिक अभियंत्रण में 4 -प्रकाशित साहित्य - (1 ) महज़ सुकरात का डर है (गज़ल संग्रह ) 2001 एक नुक्ता -पदम श्री स्व के पी सक्सेना जी (2 ) जयघोष ( ओजस्वी रचनाए ) 2004 आशीर्वचन पद्म विभूषण श्री गोपाल दास नीरज जी (3 ) दुनिया एक मुसाफिर खाना (अध्यात्म )2013 आशीर्वचन पद्म विभूषण श्री गोपाल दास नीरज जी avm DR KUMAR VISHVAS 5 -पूर्व में प्राप्त पुरस्कार / सम्मान आदि का विवरण - 1 दिव्य नर्मदा अलकरण अभियान -बेलगाम कर्नाटक 2003 - 2 कादंबरी पुरस्कार (स्व पं भवानी प्रसाद तिवारी ) जबलपुर 2012 6 - अन्य साहित्यिक उपलब्धियाँ उत्तर प्रदेश अंडमन -निकोबार पंजाब बिहार मप्र छत्तीस गढ़ ओडिसा दिल्ली आदि स्थानो में कवि सम्मेलनों में काव्यात्मक संचालन तथा आकाशवाणी के विभिन्न केन्द्रो एव दूर दर्शन में काव्यपाठ सरिता मुक्ता साप्ताहिक हिंदुस्तान पाञ्चजन्य उर्दू साहित्य आदि में प्रकाशित 7 - सम्पर्क सूत्र (दूरभाष सहित _ 0255 -2308055 mo no -09452063024 /08795988569 email - manoj .oj kavi @gmail . com