कविता

पढ़ाई

एक ट्रैक्टर के पीछे लिखा था,
पढ़ाई जीवन का आधार है।
सचमुच
पढ़ाई है उज्ज्वल भविष्य के लिए
बहुत ही आवश्यक साधन
पढ़ाई है पूजन-वंदन-आराधन।
पढ़ाई है जरूरी
सामाजिक और पारिवारिक सम्मान हेतु,
पढ़ाई है रोजी-रोटी का अनिवार्य सेतु,
पढ़ाई से बन सकती है
अपनी अलग-सी पहचान,
पढ़ाई के बिना मनुष्य
बन सकता है वीभत्स केतु।
पढ़ाई है समाज के सभी क्षेत्रों में
प्रगति का माध्यम,
पढ़ाई का है
समृद्धि, विकास, सामाजिक उत्थान में
महत्वपूर्ण योगदान,
पढ़ाई कर सकती है
ज्ञान एवं कला-कौशल में वृद्धि
उदारता, समझदारी और सोचने की क्षमता प्रदान।
पढ़ाई है सोद्देश्य सामाजिक प्रक्रिया,
करती है मनुष्य की
जन्मजात शक्तियों का विकास
आइए पढ़ें, बच्चों को भी पढ़ाएं
पढ़ाई है जीवन का उजास और नवास।

— लीला तिवानी 

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244