कुण्डली/छंद

चेतन सृष्टि उजास–

आयी किरणें दमकती, चेतन सृष्टि उजास।

आशा हिय में चहकती, जीवन ज्योति प्रभास।।

जीवन ज्योति प्रभास, झरे नित प्रेमिल झरना।

सुख दुख थामो हाथ, संग हैं साथी रहना।।

प्रेम स्नेह विश्वास, खुशी भरभर हैं लायी।

एक छत्र परिवार, सौख्य सौरभ ले आयी।।

*चंचल जैन

मुलुंड,मुंबई ४०००७८