कविता
उनके पहलू से खुश्बू ए ग़ज़ल आती है।उड़ते भौंरों की नीयत मचल जाती है ।। इस दिल के मौसम का
Read Moreमोहन अभी दस साल का ही था तो पिता का साया सिर से उठ गया। लाजो अभी जवान थी ।कोई
Read Moreअनुभव ने लाला मदन लाल को कहा-” मुझे बढ़िया से जूते दिखाओ ‘।लाला का नौकर उसे जूते दिखाता गया और
Read Moreकभी एहसास को अपने कभी जज्बात को अपने | लिखा करना मेरे दिल तू कभी ख्यालात को अपने || महफ़िल
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