दीपाली
कोई तो हमको समझाये, होती कैसी दीपाली। तेल नदारद दीया गायब, फटी जेब हरदम खाली।। हँसी नहीं बच्चों के मुख
Read Moreहिंदी साहित्यकार और राष्ट्रवादी पुस्तक इनसे हैं हम के प्रधान संपादक डॉ अवधेश कुमार अवध को मदन लाल ढींगरा सम्मान-2022
Read Moreगुवाहाटी। अंतरराष्ट्रीय शहर समता विचार मंच, कामरूप शाखा,असम के तत्वावधान में 21/07/22 को अपराह्न 3 बजे से गुवाहाटी प्रेस क्लब
Read Moreमैं विश्वनाथ का नंदी हूँ, दे दो मेरा अधिकार मुझे। वापी में हैं मेरे बाबा, कर दो सम्मुख-साकार मुझे।। अब
Read Moreचर-अचर जीवन वसंती तन वसंती मन वसंती प्रकृति का कन-कन वसंती ज्ञान की देवी कृपा कीं दृष्टि व दरपन वसंती।
Read Moreचन्दौली। हिंदी साहित्य के प्रति समर्पित साहित्यकार डॉ अवधेश कुमार अवध को विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ ने मानद विद्यासागर (डी लिट)
Read Moreपाकिस्तानी उर्दू अखबार जमींदार के सम्पादक मौलाना जफ़र अली खाँ ने एक बार किसी नौसिखिये शायर से आज़िज़ होकर उसे
Read Moreअब दिनकर को धौंस दिखाते हैं जुगनू, अंधकार में हमीं उजाला करते हैं। नाहक तुम अपना अधिकार जताते हो,
Read Moreनेत्रदान होता है महादान आओ हम सभी करने का वादा करें लेकिन ज़रा ठहरो इससे पहले आओ महाग्राही का चयन करें
Read More