लघुकथा हिसाब
“मालिक मेरा हिसाब कर दो”, सर्वेश के नौकर किशन ने कहा। सर्वेश चौंक गया, “क्यों, क्या हुआ?” “घर जाना है।
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Read Moreसीमा सुबह पति को ऑफिस भेजकर फटाफट अपने सभी काम निपटा रही थी, क्योंकि आज बिजली का बिल जमा करवाने
Read More“देखो न रजनी, हर तरफ फिर कचरा ही कचरा नज़र आ रहा है…।” “हां सत्या, जब सरकार ने स्वच्छता अभियान
Read More“राष्ट्रीय युवा दिवस” पर विशेष आज के हर समाचार पत्र की प्रमुख सुर्खी थी- “स्वामी विवेकानंद की जयंती पर12 जनवरी
Read Moreअपनी सहेलियों के साथ विनीता कला दीर्घा में संदेशों पर विशेष चित्र प्रदर्शनी देखने गई थी. अनेक कलाकारों द्वारा बहुत
Read Moreअवधेश जी और हरिबाबू की दोस्ती पार्क में टहलने के दौरान हुई थी। दोनों नौकरी से रिटायर हो चुके थे।
Read Moreसोनीपत में हुई एक नेता की रैली से लौट रहा था हरमिंदर ! बस ने उसे मुख्य सड़क पर ही
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