भरोसा भाग 1
“नहीं, नहीं, नहीं क्षितिज अब और यह सब मुझसे नहीं होगा। अपने आप पर बहुत जुर्म कर लिया मैंने। तुम्हारी
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Read Moreगाँँव हमीरपुर में आज उत्सव का माहौल है। सबके चेहरे पर खुशी का उन्माद छाया हुआ है। जिसे देखो वही,
Read Moreरवि नोएडा मैं रहता था ।वहाँ पर वह एक प्राइवेट जॉब करता था ।रवि मूलनिवासी आगरा का था और अक्सर
Read Moreपहाड़ पर सर्दियों का मौसम आ चुका था। सर्दियों की शुरुआत में भरमौर गांव के एक गद्दी परिवार का भेड़ों
Read Moreआज भी मुझे उसका मासूम चेहरा याद है। उस का नाम चांदनी था। दो-तीन महीने पहले ही उसने हमारे घर
Read Moreआज सेठ रामदास की आंखों की कोरें भीगी हुई थीं। वह चाहकर भी अपने आंसुओं को रोक नहीं पा रहा
Read More“सुरेंद्र तुम दिन भर खेत में अकेले ही लगे रहते हो कोल्हू के बैल के जैसे। ना धूप देखते हो
Read Moreनूर आज बहुत ख़ुश थी, क्योंकि आज उसका सातवाँ जन्मदिन था , इसलिए आज सुबह ही उसने पूरा घर सर
Read Moreसुबह -सुबह चाय की चुस्कियों के बीच राहुल ने पत्नी सोना से अचानक पूछा – “क्या तुमने कभी किसी से प्यार
Read Moreआज मीता बहुत खुश थी। खुशियां पिघल कर दो नैनों की धार बन गई थी। नाचने का मन कर रहा
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