जहां में चाहे गम हो या खुशी क्या
जहां में चाहे गम हो या खुशी क्या मेरे मा – बैन रंजिश दोस्ती क्या खुदा मुझको यकीं खुद पे
Read Moreजहां में चाहे गम हो या खुशी क्या मेरे मा – बैन रंजिश दोस्ती क्या खुदा मुझको यकीं खुद पे
Read Moreरो रहा है देश मेरा आँसू पोछनी चाहिए देश के अंदर फिर से क्रांति चलनी चाहिए। चारो तरफ लूट मार
Read Moreगीत-ग़ज़ल, दोहा-चौपाई, सिसक रहे अमराई में भाईचारा तोड़ रहा दम, रिश्तों की अँगनाई में फटा हुआ दामन अब तक भी
Read Moreनयन मगन है धीर धरे , यों हंसते हंसते ! प्रीत बढ़ी है , नयन बसी , यों हंसते
Read Moreभँवर में डोलती कश्ती कोई कैसे संभाले अब । ये दिल करता है कर दूं खुद को तूफ़ां के हवाले
Read Moreगजल : कुमार अरविन्द नहीं तकदीर में जो मेरे क्यों फिर जुस्तजू करते | मेरी किस्मत में क्या है वो
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