ग़ज़ल
कहाँ तक हम छुपाएँ राज़ दिल का ….. ज़रा जानो हमारे हाल दिल का ….. तुम्हारी तरफ़ बढ़ते आ रहे
Read Moreबेटी बाबुल के दिल का टुकड़ा भैया की मुस्कान होती है, आँगन की चिड़िया माँ की परछाईं घर की शान
Read Moreनिखर ना जाये चाँद चांदनी में नहा के सोया हूँ इसलिए गम अश्कों में बहा के कोई तो आसरा दे
Read Moreसजाए मौत का तोहफा हमने पा लिया जिनसे ना जाने क्यों वो अब हमसे कफ़न उधार दिलाने की बात करते
Read Moreछू के साहिल को लहर जाती है । रेत नम अश्क़ से कर जाती है ।। सोचता हूँ कि बयाँ
Read Moreयूँ जिंदगी के वास्ते कुछ कम नहीं है वो । किसने कहा है दर्द का मरहम नहीं है वो।। सूरज
Read Moreपत्थर से चोट खाए निशानों को देखिए । बहती हुई ख़िलाफ़ हवाओं को देखिए ।। आबाद हैं वो आज हवाला
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