गीतिका
बहरा भी सुन रहा है, गूंगा भी गा रहा है जब कान्हा सुनी बंसी मन बुला रहा है वो जोश
Read Moreचाहतें पूरी हों तो इसके लिए मानने वाला भी अच्छा चाहिए कौन सा सबको बगीचा चाहिए सर छुपाने को तरीका
Read Moreचांदनी रातों में अहसास भी करीब होते हैं , चाँद के नजारे भी जैसे रकीब होते हैं । पिघल रही
Read Moreकाफ़िया=आ रदीफ़= *मेरी अगर जो हो, तो हो इस देश की खातिर* खता मेरी अगर जो हो, तो हो इस
Read Moreरोज मनाते बैठ दिवाली बचपन लाड़ दुलार सखी नन्हें हाथों रंग की प्याली दीया जले कतार सखी नीले पीले लाल
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