तन्हाई(103)
हर कोई असहाय लग रहा,विपदा की वेला आई ।मनुसृष्टि पर कहर ढा रही ,क्रूर काल की अँगड़ाई ।खुद की करो
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Read Moreनारी सच में धैर्य है,लिये त्याग का सार ! प्रेम-नेह का दीप ले, हर लेती अँधियार !! पीड़ा,ग़म में भी
Read More(1) है दुनिया में जो व्यापक ज्ञान और अध्यात्म की वाहक सदा जो पथ दिखाती है,बनाती नर को जो लायक
Read Moreबसन्त (दोहे) मधु ऋतु ने दस्तक करी ,दशों दिशा हुलसाय | अमराई बौरों भरी , गली गली महकाय || हरे
Read Moreनीर ईश का रूप है,पंचतत्व का सार। नीर नहीं तो व्यर्थ है,यह सारा संसार।। नीर लिए आशा सदा,नीर लिए विश्वास
Read Moreसत्य-अहिंसा रोशनी,हैं जीवन के सार। लाते हैं जो हर घड़ी,अंतहीन उजियार।। नीति अहिंसा की बड़ी,सचमुच बहुत महान । जीवन की
Read Moreमिलन ईश वरदान है,है इक पावन भाव। जिसका मनचाहा मिलन,उसको नहीं अभाव।। मिलन नहीं तो,है विरह,जो लगता अभिशाप। मिलन एक
Read Moreरूप सुहानी चांदनी ,दिलकश थी आवाज ,पर चिडिया को ले उडा ,चतुर सयाना बाज। सुबह रसोई जागती ,करते बरतन शोर
Read Moreरंगों के सँग खेलती,एक नवल- सी आस ! मन में पलने लग गया,फिर नेहिल विश्वास !! लगे गुलाबी ठंड पर,आतपमय
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