१-आधुनिकता नीलामी संबंधों की खुली दुकान। —— २-बुरा करम खुशहाल जीवन मन का भ्रम । —— ३-सुन्दर तन कनक घट
Read More{१} आंधी जो आई पसीना सूखा गई गर्मी के मारे {२} ढूंढते पानी पशु पक्षी हैरान गर्मी के मारे {३}
Read Moreकर (हाथ) दमड़ी, कसौटी पर रिश्ते, अपना कौन? प्रश्नों से परे, विष फैलाए पैसा, ईमान बना ! अंजु गुप्ता
Read Moreमाथे बिंदिया, बँधी पग पायल, मुरीद पिया ! बजे घुँघरू, फिर सारी रतिया, ढला यौवन ! — अंजु गुप्ता
Read More(१) तपती धरा फसल झुलसती तेज है धूप (२) सूर्य की गर्मी झुलसाती बदन सही ना जाये (३) सूर्य किरणें
Read Moreमातृ दिवस की शुभकामनाओं के साथ माँ पर हाइकु प्रेषित कर रही हूँ – १ माँ का प्यार मन उड़ानों
Read More{१} बादल छाए हवाओं संग उड़े प्यासी धरती {२} जल जीवन पेड़ है छाव देते बद्रा बरसे {३} किसान तके
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