#हर_दिन_मेरी_माँ_का_दिन_है
माँ ने अपनी सांसें देकर मुझको पाला है, भ्रूणमात्र को धारण कर जीवन को ढ़ाला है। आँचल के नीचे रखकर
Read Moreमाँ ने अपनी सांसें देकर मुझको पाला है, भ्रूणमात्र को धारण कर जीवन को ढ़ाला है। आँचल के नीचे रखकर
Read Moreकोई मुझे रोक लेता इस जमाने में क्योंकि मैं खोया हूँ किसी मयखाने में मुझे क्या पता था ये दिन
Read Moreजय जय सीताराम, नाम जप लो अनुसारी। रटती रसना नाम, सियापति अवध बिहारी।। राधे राधे श्याम, गीर धरि नख गिरधारी।
Read Moreठीक कहते हो तुम मैं ही तुम्हारे पीछे खिची चली आयी थी तुम छोड़ तो आये थे मुझे लेकिन मैं
Read More1 – स्वर्ग है कहीं माँ के ही चरणों में ढूँढो तो सही | 2 – माँ वंदनीय चौदह भुवन
Read Moreरंग केसरी , सज़ धज मेरी ! पुलकित मनसिज , देह धनुष सी ! बन्द पलक में , छिपे
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