पद्य साहित्य

भजन/भावगीत

नर्मदा-वंदना

रेवा मैया नर्मदा,है तेरा यशगान।तू है शुभ,मंगलमयी,रखना सबकी आन।। शैलसुता,तू शिवसुता,तू है दयानिधान।सतत् प्रवाहित हो रही,तू तो है भगवान।। जीवनरेखा

Read More