डमरू छंद
हिंदुस्तान -पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर एक छंद। डमरू छंद का सृजन सिर्फ आपके प्रोत्साहन से ही संभव है
Read Moreकानून के रखवाले खुद कानून की खिल्ली हैं उड़ातेगुनहगार को जेल में सब सुविधाएं मुहैया हैं करवातेआम आदमी की घिस
Read Moreहां वो बहुत ही गरीब है,पर खुद ही चुना खुद का नसीब है,वो हमेशा से गरीब था,है,रहेगा,इसके लिए खुद जिम्मेदार
Read Moreतितलियां अठखेलियां करतीभ्रमर गुंजार करते हैंपराग – कण चखने के लिएफूलों पर मंडराते हैं ।फूल – महकाते हैं जीवनसहजीवी पर
Read Moreप्रकृति की पुकारमुझे दो दुलारन करो मेरा संहार ।मैं सदा देती हूंतुम पर उपहार लुटाती हूंसंसाधनों की संपत्ति सेतुम्हें मालामाल
Read More(हमारे गुप्तचर जो विदेश में हमारे देश के लिए बलिदान हो जाते हैं उन के प्रति) नमन मेरा उस सेनानी
Read Moreहास्य – यमराज का सुझाव : स्व पिंडदान सचमुच मित्र क्या होता है?यह पूरी तरह मैं आज ही समझ पाया,गुस्से
Read Moreहर आदमी त्रस्त बोलती उसकी है बंद आवाज उसकी दबा दी जाती खोलता जब भी वह जुबान है बाहर भले
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