स्वागत है नव-वर्ष तुम्हारा
स्वागत है नव-वर्ष तुम्हारामंगल-बेला है अति प्यारा। नव-किरण है नव प्रभातनव-दिवस की है शुरुवात। रवि की दमकी है कांतियाँफैल रही
Read Moreस्वागत है नव-वर्ष तुम्हारामंगल-बेला है अति प्यारा। नव-किरण है नव प्रभातनव-दिवस की है शुरुवात। रवि की दमकी है कांतियाँफैल रही
Read Moreधन से गरीब हो तो,चलता है मेरे यारा,मन से गरीब होना,अच्छा नहीं लगता। संतों की ये माटी है, कण-कण से
Read Moreबरखा की बूँदें यूँ लगे जिमी मन के भाव रसीले ,हीरों की लड़ियों से मानो यह बह निकले,बूँदें तन को
Read Moreमीठी सी गुदगुदी देने वाली,ऋतुराज बसंत ऋतु,मन को तसल्ली देती हुई घर आ रही है।मन को तसल्ली देती हुई,खुशियां भरपूर
Read Moreजब विलुप्त प्राणी प्रकट होउनसे मुलाकाते झटपट होकुसुम सा वाणी झरने लगेप्रचंड ग्रीष्म नीर बहने लगेदर्द को मिले तुरंत मरहमचोटिल
Read Moreसुबह-सुबह कैलेंडर पर नजर गई दिख गया वसंत! खिड़की खोलने की कोशिश की नहीं खुली, जाम के कारण। जाम की
Read More