काश
काश वो दिन लौट आते, लोगों के मन में बस चुके नफरत के भाव, हिंसा, वैमनस्य, दहशत डर के एहसास
Read Moreपतंगा करता है दीपक से प्यार इसलिए अपनी जिंदगी उस पर करता है न्योछावार पतंगे की किस्मत में होता है
Read Moreकही प्यासी धरती रोती, कही समंदर रोता है। कोई बना देवता, कही राह का पत्थर रोता है। आज भी सूनी
Read Moreदौर ए तनहाईयों में कोई सहारा होता दीवारें बोलती और ज़िक्र तुम्हारा होता उदासियों का है आलम शबे तनहाई में
Read Moreकुछ यूँ वक़्त का पहिया चलता गया कोई सूरज उगा, तो कोई ढलता गया हम उसूलों का दामन थामे हुए
Read Moreइंसान भी अपने आपको कितना भरमाता है, सब सबको पता है फिर भी गुमराह होता जाता है। सब जानते हैं
Read Moreकितना अच्छा लगता है जब हम किसी शिल्प की अद्भुत कला को निहारते हैं, शिल्पकार की कला को बखानते हैं।
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