मोरनी सा मन
तुम मिले तो खिल गया है प्राण ये जीवन झूमता है नाचता है मोरनी सा मन आज मानस सर भरा
Read Moreतुम मिले तो खिल गया है प्राण ये जीवन झूमता है नाचता है मोरनी सा मन आज मानस सर भरा
Read Moreमाना तुम सही हो पर में गलत तो नहीं यारा कोई बात नहीं तुम्हारे महफिल से रुस्वा हूँ ये सही
Read Moreकहाँ था तब, कहाँ हूँ अब न सवाल सीधा न जवाब सीधा शुरू करूँ कहाँ से विराम लगाऊं कहाँ समय
Read Moreना कुछ चाहूँ ना किसीको चाहूँ सबकुछ छोड़कर जोगी बन जाऊँ जी चाहता है…. ना किसीकी चिंता ना किसीकी फ़िक्र
Read Moreजन-जन की पीड़ा दुःख हर लें ~~~~~~~~~~~~~~~~ देखो बसन्त ने दस्तक दी पर प्रकृति नहीं मुस्कायी है | भय छुपा
Read Moreरोज काल का ग्रास बन रही आसिफा, फिर कैसे मैं श्रृंगार लिखूँगा । देश चल रहा नफरत से ही, फिर
Read Moreतेल रीत गया दीपक का कुछ बाकी मुझमें इसलिए जल रही नाम हो रहा फिर भी उसका जो जला कभी
Read More१. मैं चाहता था तेरा वो आइना किरदार मेरी इसी चाहत ने तुझे पत्थर बना दिया २. तेरी आरजू में
Read Moreहारने के लिए दिल है और, जीतने के लिए जमाना है। जो जीत गया इस दिल से, ये दिल उसी
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