पिता का पता
पिता को पत्र लिखा था वह मृत्यु के नगर गए थे और अब पते की जरूरत थी सब भाषाओं को
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Read Moreमिट्टी के जिस्म पे गुमान करने वाले एक दिन ऐसा आयेगा कर्म करेगा खुद ही और खुद ही अपने कर्मो
Read More‘उम्मीद अभी बाकी है’ चांद भी वहीं है, हम भी यहीं हैं उम्मीद अभी बाकी है क्या हुआ जो गुम
Read Moreजब दिल आहें भरता है तुम साथ नही होते। जब आहें तुझे देती हैं सदा तुम साथ नहीं होते। यूं
Read Moreमेरे सर पे दुवाओं का घना साया है। ख़ुदा जन्नत से धरती पे उतर आया है।। फ़कीरी में मुझे पैदा
Read Moreजनता कद्र करेगी जब तक नेता की, नेतागण यूँ ही जनता को लूटेंगे। प्रतिभाएँ सड़कों पर कुचली जाएँगी,
Read Moreये जिंदगी चंद लम्हो की है यारो, आएगी मौत तो हाथ रहेगी खाली फिर काहे को हाय तौबा है यारो,
Read Moreउत्साही को खुशियां ढूँढे कायर को दुख के कण। जीवन की आपाधापी में समेट लो फुर्सत के क्षण। प्यार करो
Read Moreहे ! राम तुम कहाँ हो ? धरती के कण-कण में तुम परती के जन-मन में तुम क्षिति-जल-पावक में तुम
Read Moreतृण पर ओस-बूँद सी चमकती-छलकती जिंदगी सूर्य की ओजस्वी उष्मा से अस्तित्व बचाने को तड़पती लेकर चंचल चंद्र संजीवनी श्यामल
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