पत्र जो लिखा पर भेजा नहीं
लिख दिया ग़मों को, मैंने एक पत्र में, मन हल्का कर लिया, समय के रहते जीवन में। लिख दिया ख़ुशी
Read Moreलिख दिया ग़मों को, मैंने एक पत्र में, मन हल्का कर लिया, समय के रहते जीवन में। लिख दिया ख़ुशी
Read Moreबारिश में पानी भरे गड्ढों में कागज की नाव चलाने को मन बहुत करता हम बड़े जरूर हुए ख्यालात तो
Read Moreसबसे छुपते छुपाती आपस में बतियाती कभी घर की बुराई कभी खामियों को एक दूसरे को बताती तो कभी परिवार
Read Moreयह प्यार नहीं तो क्या है तू जो नहीं दिखती, दिल मेरा होता बेचैन, यह प्रेम नहीं तो क्या
Read Moreप्रकृति कुछ कहना चाहती है मुझसे, हवा की सरसराहट कुछ कहना चाहती है मुझसे, पक्षियों की चहचहाहट कुछ कहना चाहती
Read Moreधरती के सूरज तुम जागो अंधकार तुम्हें पुकार रहा दे कर दुहाई पौरुष की चीत्कार रहा हुंकार रहा। डाल-डाल पर
Read Moreबिजली के नंगे तारों से, चिड़िया धोखा खा जाती, गलती से चोंच भिड़ा जाती | करंट खाकर मर जाती ||
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