प.. से प्रेम
प्रेम… उम्र से बढ़कर समय से परे भाषा में कैद नहीं न ही परिभाषा में समाये इतना संवेदनशील कि छुअन
Read Moreप्रेम… उम्र से बढ़कर समय से परे भाषा में कैद नहीं न ही परिभाषा में समाये इतना संवेदनशील कि छुअन
Read Moreदिन-ब-दिन बढ़ती जाती कश्मीर समस्या, अब इसको सुलझाने दो सेना को आगे बढ़ने दो खूब खा लिये पत्थर उनसे, अब
Read Moreसुनहु सखा तुम भ्राता बाली, महाबली था हुआ कुचाली नजर धरी परतिया मवाली, चहत वरण अनुजा बलशाली। सखा सहज कहती
Read Moreतिनका-तिनका जोड़कर घोंसला बनाया सपनों का अंडों से जब बाहर निकले हर चूज़े का पेट भरा प्यार से फिर चिड़िया
Read Moreकश्मीर भारत की आन – बान ,शान है, कश्मीर पर मरता देश का जवान है । केशर की घाटी आज
Read Moreदस रोज… दस गुलाबों की तरह थे महकते हुए दहकते हुए दस रोज यादों की नीली सी डायरी में सूखकर
Read Moreचंचल रोमांच से भरपूर इठलाती हिलौरे मारतीं, अनवरत… नदी और नारी जब भी बड़ीं… रोकीं गईं । कभी … बाँध
Read Moreगली-गली में जब से गूंजी, डिस्को की आवाज, युवक-युवतियां लगे थिरकने, चमक उठे सब साज. धीरे-धीरे लगी बढ़ने जब, डिस्को
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