बाल गीत: आपके-हमारे- 2
एक आह्वान, छह कवियों के बाल गीत! 1.बिल्ली-चूहा बिल्ली बोले म्याऊँ-म्याऊँ, चूहा कहे, ”कहाँ छुप जाऊँ?” बिल्ली बोली, ”छुप न
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Read More1.आज के बच्चे कल के नेता आज के बच्चे कल के नेता, आगे बढ़ते जाएंगे देश की सेवा करने हेतु,
Read Moreआज़ मुदित के बैग मेंं ममा नाश्ते का टिफ़िन रखना ही भूल गईं थी और मुदित नें भी ध्यान नहीँ दिया. जब
Read Moreएक बार ज्ञानदायिनी माँ सरस्वती हंस पर सवार होकर आकाश मार्ग से होते हुए श्रीहरि विष्णुजी से मिलने विष्णुलोक जा
Read Moreअपनी सारी कथा सुनाती। कहती ‘मैं पुस्तक कहलाती।।’ ‘मेरे अन्दर गीत कहानी। मेढक मछली नाना नानी।। रंग –
Read Moreउमड़ घुमड़कर आते बादल जल की बूँदे लाते बादल — पड़ी फुहारें रिमझिम-रिमझिम पिघल रहा है पर्वत से हिम अनुपम
Read Moreकीट पकड़ कर डाॅक्टर आए । मुझे देख कर वो मुस्कुराकाए । छुए हाथ और छुए माथा , बुखार होने
Read Moreहर हाथ में रहे तिरंगा भाई । हर हाथ में बहे गंगा भाई । तन-मन सुंदर निर्मल-धवल । चेहरे पर
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