गीतिका/ग़ज़ल प्रियंका अग्निहोत्री 'गीत' 15/03/202515/03/2025 0 Comments मुट्ठीभर धूल मुट्ठीभर धूल हूँ मुझको उड़ा दोबात-बेबात ही कोई सज़ा दो दोष जग में किसी का हो, लेकिनदोष सारा, सुनो, मेरा Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 15/03/202515/03/2025 ग़ज़ल याद देखो बेवजह हमको न आया कीजिये ।ख़्वाब में आकर न यूँ हमको रुलाया कीजिये।। दर्द कहते आज अपना हम Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 15/03/202515/03/2025 ग़ज़ल उन्हें देख अब सँवरने हम लगे हैं।कदम दर कदम बहकने हम लगे हैं।। अभी आ रहे देख इंतज़ार हमको।यहीं अब Read More
गीतिका/ग़ज़ल *हमीद कानपुरी 14/03/202526/03/2025 होली में रंग उड़ता गुलाल होली में।दिख रहे लाल गाल होली में। दिल न काबू में इन दिनों रहता,मस्तियों में उबाल होली Read More
गीतिका/ग़ज़ल *हमीद कानपुरी 12/03/202526/03/2025 ग़ज़ल ज़ह्न भटका ज़रा।हो गया हादसा। भूल शिकवा गिला।कर ज़रा मशवरा। है बहुत हौसला।मत किसी से डरा। जब शुरू है किया।छोड़ Read More
गीतिका/ग़ज़ल *डॉ. डी एम मिश्र 12/03/202512/03/2025 ग़ज़ल ज़माने को ताक़त दिखाने चला हैगरीबों की हस्ती मिटाने चला है किसी की खु़शी उससे देखी न जातीहमें सिरफिरा वो Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. मुश्ताक़ अहमद शाह 12/03/202512/03/2025 ग़ज़ल क्यों सरकार हम को तुम सताते हो,इंतज़ार,वादा करते हो भूल जाते हो।पसंद आती है हमको ये बेरुखी तेरी।अच्छा है तुम्हें Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. मुश्ताक़ अहमद शाह 10/03/202510/03/2025 ग़ज़ल लब गर ख़ामोश हैं तेरे,तो आंखों से पढ़ लेंगे।तुम्हारे होंठों पर हम अपने होंठों से लिख देंगे।न कोई गिला हमें Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. मुश्ताक़ अहमद शाह 10/03/202510/03/2025 ग़ज़ल जर्रे ज़र्रे में सरकार नज़र आ रहे हो तुम।क्या बात है जो मुझको सता रहे हो तुम। ये क्या ऐसे Read More
गीतिका/ग़ज़ल केशव शरण 08/03/202508/03/2025 ग़ज़ल इश्क़ बदहाल हज़ारों का हैऔर ये वक़्त बहारों का है दिल बुझा और नज़र फीकी-सीपर चटक रंग नज़ारों का है Read More