कुंडलियां
देखा देखी क्यों करे, हो मन की ही बात। सोचे समझे फिर करे, करे न कोई घात।। करे न कोई
Read Moreज़िद की ताकत से,रूबरू कराने की कोशिश करनी चाहिए।यही प्रवृत्ति देती है,सम्भालकर जिंदगी को,आगे बढ़ानी चाहिए। उम्र की बाधाएं नहीं
Read Moreयही हकीकत है,हम कह सकते सत्य है,इसमें निर्ममता से निकली हुई आवाज है,पहल करने वाले कहते असत्य है। यही कारण
Read Moreहे राम जी! मेरी पुकार सुनोएक बार फिर धरा पर आ जाओधनुष उठाओ प्रत्यँचा चढ़ाओकलयुग के अपराधियों आतताइयों, भ्रष्टाचारियों परएक
Read Moreयह विडंबना नहीं तो और क्या हैकि हम आंग्ल नववर्ष के स्वागत मेंपलक पाँवड़े बिछा देते हैं,हफ्तों पूर्व योजनाएँ बनाने
Read Moreइतना तू करना प्रभु,जब प्राण तन से निकलें,हर पल तेरा रूप हो,हर सांस पर तेरा नाम निकलें, सब मोह माया
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