हिंदी का गुणगान
हिंदी का मैं गान करता हूँहिंदी का मैं सम्मान करता हूँ।कभी मीरा को सुनता हूँकभी कबीर को सुनाता हूँ।कभी जायसी
Read Moreहिंदी का मैं गान करता हूँहिंदी का मैं सम्मान करता हूँ।कभी मीरा को सुनता हूँकभी कबीर को सुनाता हूँ।कभी जायसी
Read Moreमुंडन,सोहर,शादी,ब्याह,सब करें हम हिंदी मेंद्वार छिकाई काजल कराई वो भी होती हिंदी मेंमाड़ो में ज़ब आये बाराती तो गाली भी
Read Moreभले ही कोई साथ नहीं है, भले ही, हाथ में हाथ नहीं है।दूरी भले ही बनाई तूने, नहीं कहा कभी,
Read Moreहमारे माथे की जो है बिंदी,वो प्यारी शान है हिंदी,जिससे है हमारा अस्तित्व,वो गौरव और पहचान है हिंदी।हमारे दिल का
Read Moreकुछ नया नहीं है ये सोचनाहमें ही नहीं, सबको चाहिए शांति,व्यक्ति, परिवार, समाज या राष्ट्र ही नहींसंसार को भी चाहिए
Read Moreराम सिर्फ नाम नहींराम को जानिए,राम सिर्फ पूज्य नहींराम कहा मानिए।राम सिर्फ सृजनहार नहीं,राम पालनहार भी हैंऔर खेवनहार भी हैंराम
Read Moreवे दिन नहीं लौट कर आतेजो बचपन में बीते। सर्दी गर्मी नहीं सताएसावन भादों बरसे।रहे प्रफुल्लित बचपन खिलताहरसे हरसे हरसे।।हृदय
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