माया से नाता
मैंने बहुत सोचाबहुत समझामन भरमाया …मन के चंगुल में फंससुख -शांति को ग्रहण लगाया । बुद्धि विवेक को लगा जंगभांति
Read Moreमैंने बहुत सोचाबहुत समझामन भरमाया …मन के चंगुल में फंससुख -शांति को ग्रहण लगाया । बुद्धि विवेक को लगा जंगभांति
Read Moreआजादी संभव नहीं, जब तक किसी का हाथ चाहिए, किसी का साथ चाहिए, कानून की सुरक्षा चाहिए तो कानून भी
Read Moreबंद हूं मैं, कैद हूं मैंघूट रही हूं मैं, घट रही हूं मैंपराधीन हूं, ना स्वाधीन मैंबेमोल सी हूं अर्थहीन
Read Moreवो प्यासा मर गयाकुंआ के मुंडेर पर,सच में उसे कुएं सेपानी निकलनाआता नहीं था,बस बड़ी बाते बनानाउसकी फितरत थी,वो पानी
Read Moreदुष्प्रवृत्तियाँ चारों तरफ़, कौरवों सी व्याप्त हैं,सत्प्रवृत्तियाँ पाण्डवों सी, यहाँ संघर्षरत हैं।कुरुक्षेत्र में युद्धरत, निष्काम भाव चिंतन रहे,द्वन्द्वात्मक जगत से
Read Moreआप लगाओं जितना भी तोहमतहै मुझे स्वीकारलेकिन मैं कहती हूँक्या तुम उसे करोगे अंगीकार?एक दिवस के लिए,आ जाओ मेरी जगहजान
Read More