तेजी से बढ़ रहे नए नए इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के साथ ही ई-कचरे के ढेर की समस्या भी बढ़ रही है। ई-कचरे में कीमती और हानिकारक दोनों तरह की सामग्री शामिल होती हैं, इसलिए इनके लिए विशेष पुनर्चक्रण प्रक्रियाओं की आवश्यकता होती है। भारतीय वैज्ञानिकों ने ई-कचरे से बहुमूल्य धातुओं को पुनःप्राप्त करने की एक अद्भुत […]
पर्यावरण
जितना अधिकार इंसानों का है उतना अधिकार पक्षियों का भी है
ग्लोबल वार्मिग के बढ़ते प्रभाव के कारण कई पक्षियों की प्रजातियां धीरे -धीरे विलुप्तता कगार पर पहुँच रही है | जोकि चिंता का विषय है| इससे पर्यावरण भी प्रभावित होगा | इसके लिए वातावरण में परिवर्तन आवश्यक है | साथ ही सामाजिक स्तर से भी प्रयास किये जाना होंगे | वन्य जीव संरक्षक के उदेश्यों […]
यमुना और भारत की नदियों का क्या होगा ?
हमें स्कूल और कॉलेजों में इतिहास में पढ़ाया गया है कि भारत में मानव सभ्यता का विस्तार नदियों के किनारे-किनारे ही हुआ ,क्योंकि केवल नदियाँ ही , मनुष्य के जीवन के सभी सुख-साधन और जरूरतें पूरी कर देतीं हैं ,मसलन पीने के लिए शुद्ध जल , उनके जल से सिंचाई करके अन्न के प्रचुर उत्पादन […]
अगर गंगा विलुप्त हो गयी तो?
आज के सभी समाचार पत्रों में उत्तर भारत की हिमालय से निकलने वाली सभी नदियों के उद्गम स्थल , स्थित ग्लेशियरों के ग्लोबल वार्मिंग की वजह से तेजी से पिघलने और सन् 2100 तक उनके दो तिहाई भाग तक समाप्त हो जाने तथा उत्तर भारत की सभी नदियों के अस्तित्व पर मंडरा रहे गंभीर संकट […]
जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वर्मिंग, राजहंस के बच्चों पर भारी
इस पृथ्वी पर मनुष्यों द्वारा किए कृत्यों की सजा इस पर रहने वाले सभी पशु पक्षी भुगतने को अभिषापित हो रहे हैं । दक्षिण अफ्रीका से एक बहुत ही दुखद समाचार आ रहा है , वहाँ के एक जलाशय में राजहंस लाखों सालों से अपना बसेरा बनाकर रहते आए हैं । वहाँ वे इन्हीं दिनों […]
मानव प्रजाति को बारबार चेतावनी देती प्रकृति
मनुष्य प्रजाति के प्रकृति के असीमित दोहन के फलस्वरूप ‘ग्लोबल वार्मिंग’ और प्रकृति द्वारा किए जाने वाले असामान्य व्यवहार से अब पूरी दुनिया आतंकित होने लगी है । समूचे विश्व में कहीं अतिवृष्टि ,कहीं शून्य से नीचे कड़ाके की ठंड ,कहीं आग बरसाती गर्मी , कहीं भयंकरतम् लगातार मूसलाधार बारिश से जलप्रलय से तबाही और […]
ताकि गाती रहे गौरैया
मैं ,निर्मल कुमार शर्मा , ‘गौरैया संरक्षण ‘ करना मेरे जीवन का परम् उद्देश्य है ,मैं मिनिस्ट्री ऑफ आई.टी एंड कम्यूनिकेशन से सेवानिवृत अधिकारी हूँ । गौरैयों के संरक्षण के लिए मैंने पिछले 20 वर्षों से इनके संरक्षण व संवर्धन के लिए अपनी दिनचर्या का अधिकतर समय लगाता हूँ । अब तक मैं वैज्ञानिक तरीके […]
दुनिया का सबसे बड़ा स्तनधारी जीव ‘ह्वेल’ विलुप्ति के कगार पर?
प्रकृति कितनी बड़ी नियंता है जो अनथक और सतत रूप से करोड़ों सालों से इस धरती रूपी प्रयोगशाला में स्थान ,पर्यावरण और जलवायु के अनुसार उसने इसके लगभग हर भाग में करोड़ो-अरबों तरह के विभिन्न रंग-रूपों वाले अतिसूक्ष्म बैक्टीरिया से लेकर इस पृथ्वी के अब तक की सबसे विशाल जीव ह्वेल जैसे बड़े जीव का […]
जलकौआ या जलकाक
यह एक जलीय पक्षी है ,जो बकगण { आर्डर सिकोनीफॉर्म्स } , कुल { फेमिली फ्लाक्रोकोरासिडी } की एक प्रसिद्ध पक्षी है ,जो सर्वत्र दुनिया भर में पाई जातीं हैं । यह काले रंग की ,लम्बी चोंच वाली ,टांगे छोटी और अंगुलियों के बीच में बत्तखों जैसे झिल्ली पाई जाती है । ये पानी में […]
मानव द्वारा अंतरिक्ष में भी प्रदूषण
मानव ने इस धरती के सभी जगहों यथा स्थल ,जल, वायु ,आकाश ,भूगर्भ, नदियों , पहाड़ों , समुद्रों ,रेगिस्तानों आदि सभी जगह भयंकर प्रदूषण करके इस पृथ्वी के सम्पूर्ण वातावरण , पर्यावरण , प्रकृति के सभी तरह के जीवों जैसे, जलचरों , नभचरोंं ,थलचरों आदि सभी जीवधारियों, जिसमें मनुष्य स्वयं भी शामिल है ,के अस्तित्व […]