मौत जिंदगी का अकाट सत्य !
आज दोपहर की धूप में पहले से कही ज्यादा तमनगी थी । सोंचा किसी सजऱ की छांव तले कुछ देर
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Read Moreलखटकिया साइकिल से आप कहीं यह तो नहीं समझे, कि लखटकिया साइकिल एक लाख टक्कों में आएगी? नहीं जी, लाख टक्कों
Read Moreएक पल कब और कैसे किसी को स्टार बना देता है, इसकी बानगी ‘डांसर अंकल’ यानी संजीव श्रीवास्तव को देखने
Read Moreमेरे घर में जब बेमतलब की लाइटें जलती रहती हैं, पंखा चलता रहता है, टीवी चलता रहता है तब मुझे
Read Moreअपने घर के आंगन मे खड़े होकर हवाई जहाज को आसमान मे जब भी ऊँचा–बहुत ऊँचा उड़ता हुआ देखता हूँ
Read Moreनई सोच हो और वह भी सकारात्मक और उपयोगी, उसकी सराहना होना स्वाभाविक है. आज सोशल मीडिया पर चीन की
Read Moreखरबूजे को देखकर खरबूजा रंग बदलता है, यह तो सुना था, पर दो खरबूजे 19 लाख में बिकेंगे, यह न
Read Moreएक पाठक बंधु ने हमें अनमोल वचन का एक पोस्टर भेजा था, जिसमें एक बच्चा एक प्यास से तड़पते बच्चे
Read Moreहम और हमारी व्यवस्था जिस दौर में विकास दर में बढ़ोतरी पर इठला रही है। उस दौर में अगर ब्रिटेन
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