हिन्दी के वरिष्ठ साहित्यकार श्री आनंदकृष्ण ने भारतीय मूल की अमेरिकी लेखिका श्रीमती पूनम ए. चावला के अँग्रेजी उपन्यास “मुम्बई मॉर्निंग” का उत्कृष्ट हिन्दी अनुवाद किया है । अपने चिरपरिचित प्रशस्त अनुवाद के माध्यम से वे उपन्यास को उसके कथ्य की सार्थकता तक ले जाने में पूर्णतया सफल हुए हैं । अनुदित उपन्यास का एक […]
पुस्तक समीक्षा
समीक्षा : जनमानस का जीवन वृतांत सुनाती पुस्तक
सुमित प्रताप सिंह की नवप्रकाशित पुस्तक ‘सावधान! पुलिस मंच पर है’ पढ़ी जा रही है। हाथ में आते ही यह कविता संग्रह समृद्ध प्रस्तुति का अहसास कराता है। हिन्दी साहित्य निकेतन द्वारा प्रकाशित इस कविता माला का आवरण पृष्ठ एकदम आकर्षित करता है जिसकी सज्जा एवं चित्रांकन लाजवाब हैं। प्रभावी मुद्रण की यह पुस्तक 47 कविताओं का उपस्थिति […]
डी.एम. मिश्र की कविताओं में “संघर्षरत आम आदमी की व्यथा”
सुल्तानपुर(उ.प्र.) के कवियों के कवि रामनरेश त्रिपाठी, त्रिलोचन, मान बहादुर सिंह की कविताओं की कड़ी को आगे ले जाने वाले सुविख्यात और बहुचर्चित आधुनिक युग के कवि डॉ डी. एम. मिश्र ‘यह भी एक रास्ता है’ एक काव्य संग्रह है । मिश्र जी का व्यक्तित्व उनकी कविताओं से देखा जा सकता है । कथाकार शिवमुर्ती […]
एक अच्छा काव्य संग्रह
युवा कवयित्री डॉ सोनिया गुप्ता का नवीनतम काव्य संग्रह “उम्मीद का दीया” मेरे सामने है,और कुछ ही देर पहले मैंने इस संग्रह को पढना खत्म किया है.सबसे पहले तो बड़ी ही इमानदारी से यह स्वीकार करता हूँ की उनकी कविताओं ने वाकई मुझे प्रभावित किया है और शायद यही वज़ह भी रही है एक ही […]
मानवीय संवेदनाओं एवं जीवन दर्शन से परिपूर्ण हाइकु संग्रह – अमन चाँदपुरी
हाइकु ‘हिन्दी साहित्य’ में एक बहुचर्चित एवं लोकप्रिय विधा के रूप में निरन्तर प्रगति कर रहा है। हिन्दी कवि, कवयित्रिओं एवं पाठकों के ह्रदय में यह अपना स्थान बना चुका है। ‘देखन में छोटे लगैं, घाव करैं गंभीर’ कुछ इसी तरह है 5-7-5 के वर्णक्रम से तीन पंक्तियों में लिखा जाने वाला यह लघु छंद […]
बचपन की दहलीज़ पर
मेरी नज़र में अमन चाँदपुरी, साहित्य जगत के उभरते हुए कवि और लेखक हैं। मैं इन्हें युवा कवि भी नहीं कह सकती। क्योंकि इनकी उम्र अभी सिर्फ सत्रह साल है, लेकिन इतनी अल्प आयु में वैचारिक तौर पर इतना परिपक्व मैनें विरले लोगों को ही देखा है। अमन ने छोटे से जीवन में ही अनुभवों […]
मुट्ठी भर अक्षर : लघुकथा के 30 नये दस्तखत
संपादक विवेक कुमार और नीलिमा शर्मा निविया संपादकद्वय विवेक कुमार और नीलिमा शर्मा निविया द्वारा संपादित और हिंदीयुग्म द्वारा प्रकाशित 30 नये नकोर लघु कथा रचनाकारों की 180 लघुकथाओं का एक साथ आस्वाद लेने का मौका मिला। बेहद खूबसूरती और कलात्मक रुचि के साथ प्रकाशित इस संग्रह में कुल 180 लघुकथाएं प्रकाशित की गयी […]
कविता संग्रह ‘हमिंग बर्ड’ : एक सराहनीय उपलब्धि
हिन्द युग्म प्रकाशन की छत्रछाया में प्रकाशित मुकेश कुमार सिन्हा जी की कविता संग्रह ‘हमिंग बर्ड’ एक बहुत ही सराहनीय उपलब्धि है। यूँ तो लोग कविता से दूर ही भागते हैं ये समझ कर की ‘कविता है, intellectuals के लिए होती है, हमें क्या समझ आएगी’, लेकिन मुकेश जी की कोशिश और उनकी रचनाएँ इतनी […]
सद्गंधा-विशद्गंधा : ज्यों नावक के तीर
मेरी मुलाकात श्री राजेश द्विवेदी जी से फेस बुक पर हुई। उनकी टिप्पणियों से ही लगा कि वे असाधारण व्यक्तित्व के धनी हैं। उन्हीं दिनों यह पता चला कि उनकी पुस्तक सद्गंधा-विशद्गंधा प्रकाशित हुई है। मैंने उनसे पुस्तक भेजने का अनुरोध किया, तो उन्होंने तुरंत भिजवा दी। उनकी यह पुस्तक उनके विचारों का संग्रह है, जिसे उन्होंने 61 […]
‘चाँदनी की सीपियाँ’ और उसके मोती
भारतीय काव्यशास्त्र और भाषा विज्ञान में शब्द की सत्ता बहुत महत्त्वपूर्ण है। उपयुक्त अवसर पर जब उपयुक्त शब्द प्रयुक्त किया जाता है , तो अर्थ की गरिमा बढ़ जाती है। किसी अच्छे रचनाकार को अच्छा श्रोता भी होना चाहिए।अधिक पढ़ें-सुनें और गुनें फिर लेखनी चलाएँ तो सर्जन सार्थक होगा। नाइजेरिया के कवि बेन ओकरी ने […]