काव्य संग्रह “हाशिए पर धूप” का हुआ विमोचन
बांदा। कविता जीवन का सतत् प्रवाह है, सहज अभिव्यक्ति है। कविता में जीवन के विविध रंग अपनी मनोहारी छटा के
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Read Moreविज्ञान तर्क को मानता है और मैं आस्थावान धार्मिक नहीं हूँ, निराला जी । आपने मेरे यहाँ कई वर्ष समय
Read Moreकवि मिथिलेश राय की कविता तो पढ़िये कि कैसे एक उम्र व पड़ाव आने के बाद स्त्रियाँ मरद बन जाती
Read Moreसाहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था हमरंग फाउंडेशन द्वारा आयोजित काव्य प्रतियोगिता परिंदे प्यार के मे संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर जिला धार
Read Moreलता दी के पाँचों भाई-बहनों की कुल आयु 440 वर्ष है। सभी भाई-बहनों के जन्म-माह सितम्बर है और सभी में
Read Moreनियोजित शिक्षक ‘सरकारी सेवक’ नहीं; उसे न पेंशन, न भविष्यनिधि प्राप्त है, तो सरकारी स्कूल रखने का क्या फ़ायदा ?
Read Moreक्या ‘वकील’ उस्तरे होते हैं, जिनकी एक धार ‘वादी’ को मुड़ने के लिए होती है, तो दूसरी धार ‘प्रतिवादी’ को
Read Moreभक्ति के नाम पर ‘डीजे’ पर फूहड़, भद्दे व द्विअर्थी गाने बजाकर बेहद अवांछित डांस करनेवाले नेतानुमा किशोर क्या संदेश
Read Moreजाने कितनी दफा ही द्वार खुले होंगे, शायद हरिवंश राय बच्चन जी ने कहा– “याद मुझे है वह दिन पहले,
Read Moreएक वैवाहिक समारोह में एक नवयुवक मेरे पास आया.मुझे पहचानते हुए मुस्कुराया-सर, आप कवि कमलेश द्विवेदी है न? मैंने कहा-हाँ.यह
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