व्यंग्य : लोटा – पुराण
हम सभी यह अच्छी तरह से जानते हैं कि लोटा तो लोटा ही है।यदि लोटे को परिभाषित किया जाए तो
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Read Moreइंटरव्यूकर्ता – जी, आप लेखक हो? मैं – जी नहीं, मैं लेखक नहीं हूं। इंटरव्यूकर्ता – लेकिन आप लिखते तो
Read Moreसर्वप्रथम शादी करना शोभा नहीं देती ! उसके बाद एक संतान रहते, उनके समक्ष दूसरे बच्चे के लिए माँ का
Read Moreखेत में पानी आ चुका था, क्योंकि दूध से सफेद बगुले फर्र-फर्र करके आने लगे थे, ठीक वैसे ही जैसे
Read Moreयुवतियाँ प्रेम विवाह या अरेंज मैरिज भी करेंगी, तो चुनकर ही यानी वर डॉक्टर, एमबीए या बी.टेक. हो; चाहे बी.टेक.
Read Moreमुझे मालूम है कि तू बहुत रंग-रंगीला हो चला है।जब से इस मूई राजनीति का तुझे चस्का लगा है तब
Read Moreअभी तक हमने मात्र भगवान, देवी और देवताओं के भक्त ही सुने थे।लेकिन आज भक्त भी विभक्त हो गए हैं।अब
Read Moreगैसू बाबा,गैसू बाबा आज अखबार पढ़े की नहीं ? गजब हो गया ! अब हम लोगों को आगे बढ़ते कोई
Read Moreआवश्यकता, आविष्कार की जननी है, और विलासिता उसकी रखैल। विज्ञान का इतिहास गवाह है साहब कि सारे आविष्कार अपनी ज़रूरतें
Read Moreलिखने की प्रेरणा लेखक होने के पेशे से नहीं, लहू में आए उबाल से मिलती है। इसलिए लेखक डरता नहीं,
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