महिमा जूती की… (व्यंग्य)
यद्यपि इंसान स्वयं सदियों से जूतियाँ पैरों में और सिर पर पगड़ी पहनता आया है और दोनों का स्थान भी
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Read Moreजिनावर , यह शब्द मैंने लगभग बारह- तेरह वर्ष की आयु में सुना था और इसका अर्थ जानवर या पशु
Read Moreआज जब कपड़ों के लिए wardrobe खोला तो वहां मुझे कुछ भीगा भीगा सा लगा. मैं सोचने लगा कि wardrobe
Read Moreआप सभी लोग मुझे बहुत अच्छी तरह से जानते- पहचानते हैं। प्रायः लोग मुझे ‘दहेज’ के नाम से जानते हैं।दहेज़
Read Moreगहरी निद्रा में सो रहा था, अचानक एक चमकदार किरण प्रकट होकर मुझे झकझोर ने लगा, सामने देखा सफेद लिबास में
Read Moreकई दिनों बाद मार्निंग वाक की तैयारी में था कि एक कोने पर निगाह गई, एक मकड़ी अपने बुने जाले
Read Moreकड़ाके की ठंड थी, और चल रही थी शरीर को छेदनेवाली बर्फीली हवा।इस सप्ताह ओले भी गिरे थे। ऐसे में
Read Moreजैसे किसी गन्ने को चरखी में से चार बार गुजारने के बाद उसकी हालत होती है, या किसी भी पतरे
Read Moreकुर्सी पर सिर्फ विद्यालय में ही बैठे जाते हैं ! बददिमागी बात करते हैं ! आजकल शिक्षक पेशा है, मर्यादा
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