हाइकु-पिता
पिता का साया संबल मुश्किल में हर समय। +++++ वटवृक्ष है जब तक पिता है स्वच्छंद भाव। +++++ जब तक
Read Moreपिता का साया संबल मुश्किल में हर समय। +++++ वटवृक्ष है जब तक पिता है स्वच्छंद भाव। +++++ जब तक
Read Moreहैलो! अब आ जाओ । काँपती आवाज़ से प्रकम्पित मन, माँ के रूदन पर बहलाते स्वर, बिखरी मनोदशा, कातर हृदय,
Read Moreथा मानवता की पूजा कर चमन के रास्ते पर मैं मन को छोड़कर आया था धन के रास्ते पर मैं
Read Moreकोरोना काल में जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में कोरोना नियंत्रण व टीकाकरण अभियान चल रहा
Read Moreआज के दौर में भी जब बेटी बेटा एक समान का ढोल पीटा जा रहा है ,तब 2002 में मेरी
Read Moreआज सुबह जब पवित्रा टहलने के लिए निकली तब उसे फूल बानो रास्ते में मिल गई। फूल बानो उसका नाम
Read Moreविचारों का यह बड़ा मंथन, मस्तिष्क में हलचल मचाता है, अपनी भावनाओं के पिटारे से, फ़िर विचारों को उठाता है,
Read Moreसूनापान महसूस नहीं करती मैं मैंने आंगन में खुशियां पाली हैं, कुछ महकते फूल पौधे लगाए हैं कुछ चहकते घोंसले
Read More