ईश्वर का त्रिकालदर्शी स्वरूप हमें सद्कर्मों की प्रेरणा करता हैं
ओ३म् हम और ईश्वर दो अलग अलग सत्तायें हैं। दोनों की सामर्थ्य भी अलग अलग हैं। मनुष्य अल्प शक्तिवाला है
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Read Moreसच का सामना ——————– कई दिनों से अमर की रजनी से बात नहीं हो पा रही थी । उम्र का
Read Moreमिस्टर विकास ! उन्हें आपने कभी काम दिए या मुख्य धारा में आने के लिए सरकार को और उनके संगठन
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Read Moreमुझे भिंडी और करेला का झोड़वाली सब्ज़ी पसंद है ! आजकल तो वो भी नसीब नहीं ! ×××× मॉर्निंग वॉक
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