गज़ल
बताऊँ कैसे तुझको मैं कहाँ था घर मेरा ख़त्म ही न हुआ उम्र भर सफर मेरा ============================== तूने देखा था
Read Moreसर्दी की वो धूप ! माँ! आज देखा जो तेरा कंगना, याद आ गया बचपन का अपना अंगन। चमकती धूप
Read Moreनवनीत शुक्ल(शिक्षक) यदि किसी संस्कृति को समझना है तो सबसे जरुरी है कि हम उस संस्कृति की महिलाओं के
Read Moreजब से प्रदेश सरकार ने महिला अपराधों के प्रति बेहद कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है तब से प्रदेश
Read More“ओ रज्जो पता लगा लिया किस किसके घर ताज़ा डिलीवरी हुई। किसके घर बेटा हुआ है रे ? चल आज
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