बाल कविता

कविता

चौपई छंद “चूहा बिल्ली”

(बाल कविता) म्याऊँ म्याऊँ के दे बोल। आँखें करके गोल मटोल।। बिल्ली रानी है बेहाल। चूहे की बन काल कराल।।

Read More
बाल कविता

गौरैया (बाल कविता)

मेरे घर आँगन में, गौरैया नित आओ।।   ढेर परिंडे बाँधे, कई नीड़ बनवाये। विकसित किया सरोवर, कई पेड़ लगवाये। खुशबू से महके

Read More