गीत : तुम आ जाओ
हो तुम जहाँ रहती हो साँसों में यादो के भोरे मडराने लगते है रातों में बनके चाँदनी तुम दिल
Read Moreहो तुम जहाँ रहती हो साँसों में यादो के भोरे मडराने लगते है रातों में बनके चाँदनी तुम दिल
Read Moreआग सीने में बहुत थी हम तरल होते रहे इन थपेड़ो से समय के बस विरल होते रहे चोट
Read Moreविधाता के लेख भी बड़े प्रखर होते हैं न्यायाधीश की लेखनी से निकले शब्द पुनरावलोकन के लिए प्रेषित किए जा
Read Moreकुछ लोग साबुन से साबुन को धुलवाते हैं पानी के बिना ही जी भरकर नहाते हैं तौलिए के बिना भी
Read Moreमैया हम हैं सहारे तेरे आये हैं द्वारे तेरे कब से नवाए हैं शीश रे मैया जी भर के दे
Read Moreजम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार (२७.०८.१६) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद कश्मीर मुद्दे का समाधान
Read Moreमिट गये देश के जो सृजन के लिए रह गये शेष हैं स्मरण के लिए । काश, पुरखों के अरमान
Read Moreघर-आँगन वो बाग सलोने, याद बहुत आते हैं बचपन के सब खेल-खिलौने, याद बहुत आते हैं जब हम गर्मी में
Read Moreएक गिलहरी पेड़ पे बैठी टुकुर टुकुर कुछ देखे पूँछ उठाकर गिल्लो रानी धीरे धीरे उतरे इधर देखे,उधर देखे उतरे
Read Moreऊंची इमारतों से निकलता धुआँ, पीले पड़े तमाम शाखों के पत्ते, ये ही तो शहर है , जहाँ हर चीज़
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