राधिका छन्द-
विधान-, मात्रायें -13, 19, यति से पहले व बाद में 21या12 चरणान्त 22, चरणान्त शब्द – छाया मानव कर्म महान
Read Moreविधान-, मात्रायें -13, 19, यति से पहले व बाद में 21या12 चरणान्त 22, चरणान्त शब्द – छाया मानव कर्म महान
Read Moreजब मन में हो मौज-बहारों की , चमकाए चमक सितारों की , जब खुशियों के शुभ घेरे हों तन्हाई में
Read Moreमन का सुमन हमेशा गाये, अभिनव मंगल गान। अपनी कुटिया बन जाएगी, फिर से विमल-वितान।। उगें नये पौधे बगिया में,
Read Moreनया काल है,नया साल है,गीत नया हम गाएंगे । करना है कुछ नवल-प्रबल अब,मंज़िल को हम पाएंगे ।। बीत गया
Read More(गुजरात और हिमाचल में कांग्रेस की हार पर राहुल खान गांधी को समर्पित मेरी ताज़ी कविता) खूब लगाया ज़ोर कुंवर
Read Moreकभी मयकदे के रस्ते पर, तुमको बुलाऊं जब। नहीं आना मेरे हमदम, भले ही रूठ जाऊं तब। गिराना बिजलियां अपनी,
Read Moreहम कैसा खाना खाएं (2) आओ थोड़ा तुम्हें बताएं किशोरों जरा ध्यान से सुनो (2)- खाना साफ जगह पे
Read Moreमुझे समझ न आए बात, किशोरावस्था से मुलाकात हुई कब रातों में, मैं खोई बातों-बातों में- रहूं वैसे तो
Read Moreछला प्यार में जिसने मुझको, मैंने उससे प्यार किया है। जीवन के इस दाँव-पेंच में, मैंने सब-कुछ हार दिया है।।
Read Moreक्यों रसाल का स्वप्न देखते , मैंने तो कीकर बोये थे । झुर्री पड़े ,पुराने चेहरे । उर में घाव
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