उपन्यास : शान्तिदूत (पांचवीं कड़ी)
कृष्ण फिर पुरानी यादों में खो गये। मथुरा से सभी यादवों को निकालकर सुरक्षित द्वारिका पहुंचाना बहुत कठिन कार्य था।
Read Moreकृष्ण फिर पुरानी यादों में खो गये। मथुरा से सभी यादवों को निकालकर सुरक्षित द्वारिका पहुंचाना बहुत कठिन कार्य था।
Read Moreस्कूल जाते हुए जब छोटे छोटे बच्चों को आज देखा तो याद आ गया की कैसे हम आर्यसमाज के स्कूल
Read More“देखिए जी, ऐसा करके आप हमारी बेटी की जिन्दगी ही तो बरबाद कर रहे हैं, छोड़ दीजिए न ये जिद”
Read Moreनास्तिक बनने के क्या कारण हैं? समाधान- नास्तिक बनने के प्रमुख कारण हैं १. ईश्वर के गुण,कर्म और स्वभाव से
Read Moreये कविता मैंने तब लिखी थी जब दिल्ली में निर्भया के साथ दुष्कृत्य हुआ था और देश में एक क्रोध
Read Moreमुझे एक ऐसे रिसर्च स्कोलर की आवश्यकता है, जो मेरे साहित्य पर गहराई से शोध करके अपने लिए पी. एच.
Read Moreमुझको कितनी चाह तुम्हारी। हर पल देखूँ राह तुम्हारी।। मन करता है गीत सुनाऊँ। और सुनूँ मैं वाह तुम्हारी।। आहत
Read Moreदेश विकास कर रहा है। विगत साठ-पैंसठ वर्षों से देश ने विकास करते हुए, प्रगति के अनेक आयामों को छुआ
Read Moreपहला पड़ाव है मन जहां आकर ठहरती है कुछ पल को कामनाएं, प्रार्थनाएं—। मन उगाता है पेड़ कि जिसकी छाया
Read More1 भेंट है मिला बड़े संघर्षों बाद स्वतंत्र देश प्रजातांत्रिक वेश विश्व अग्रणी केश 2 गुणन योग्य है मधुमय तोष
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