उपन्यास : शान्तिदूत (चौदहवीं कड़ी)
कृष्ण को कुरुओं की राजसभा में द्रोपदी के अपमान की सभी बातें बाद में ज्ञात हुईं। उनको इन घटनाओं का
Read Moreकृष्ण को कुरुओं की राजसभा में द्रोपदी के अपमान की सभी बातें बाद में ज्ञात हुईं। उनको इन घटनाओं का
Read More….. माँ को समर्पित कुछ हाइकु…… पुनरावृति जीवन के पलों की बनी माँ मैं भी वही सम्बल वहीँ विश्वास तुम्हारा
Read Moreसमय के पंख लगा पल पल यह जीवन अतीत में समां जाता है, हमने क्या खोया क्या पाया यही विचार
Read Moreदेखो कैसा चलन हो गया दिल दुखाना भी फन हो गयाउसने इस दर्जा चाहा मुझे उस के कब्ज़े में मन हो गया नींद आँखों
Read Moreजिस घर में जन्म लिया उसी घर में बेटियों का कोई महत्व नहीं होता है| माना आधुनिक युग में पढ़ाते-लिखाते
Read Moreकहते हैं वक्त का बवंडर किसी को नहीं बक्ख्शता, फिर वह अमीर हो या गरीब हो, बड़ा हो या छोटा
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